दिनांक 25 मई 2023 को केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककोड़ में 5 दिवसीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के द्वितीय दिवस का आयोजन किया गया।जिसमें जागरण के पश्चात योगाभ्यास एवं व्यायाम कराया गया, तत्पश्चात शाखा लगाई गई। दीप प्रज्वलन, पुष्पार्चन एवं मां सरस्वती पूजन के पश्चात प्रथम सत्र का शुभारंभ हुआ। सभी पदाधिकारियों का परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार मिश्र जी द्वारा कराया गया। पदाधिकारियों को पटका पहना कर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया। प्रथम सत्र को अध्यक्ष विद्या भारती मेरठ प्रांत श्रीमान अरुण खंडेलवाल जी ने लिया जिसका विषय “अच्छा आचार्य कैसा हो” रहा, जिसमें खंडेलवाल जी ने शिक्षक को शिष्य को शिखर तक पहुंचाने वाला, हर परिस्थिति में क्षमा करने वाला तथा कामयाबी की ओर ले जाने वाला बताया। शिक्षक को कक्षा का नेता, कुशल प्रबंधक, व्यवस्थापक तथा मनोवैज्ञानिक शोधकर्ता होना।चाहिए। शिक्षक की पकड़ विषय पर बहुत ही अच्छी होनी चाहिए। शिक्षक को एक मोमबत्ती की तरह बताया जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देता है।
प्रशिक्षण का द्वितीय सत्र क्षेत्र संयोजक प्रशिक्षण (प्रधानाचार्य नेहरू नगर) श्री विपिन राठी जी ने लिया। इन्होंने नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फंडामेंटल स्टेज को विस्तार पूर्वक बताया। प्रारंभिक स्तर पर नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग द्वारा लर्निंग आउटकम् को समझाया।तृतीय सत्र में श्री विपिन राठी जी ने विद्या भारती की अभिनव पंचपदी शिक्षण पद्धति के सभी बिंदुओं को समझाते हुए शिक्षण योजना एवं पाठ योजना के विषय में पीपीटी के माध्यम से समझाया।
प्रशिक्षण का तृतीय सत्र विपिन राठी जी द्वारा पाठ्य योजना निर्माण पर लिया गया जिसमें सभी प्रशिक्षण लेने वाले आचार्य बंधु एवं आचार्या बहनों से पाठ्य योजना निर्माण कार्य कराया गया।
नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के चतुर्थ सत्र में शिशु भारती, छात्र संसद गठन, उत्सव, पर्व, जयंती कार्यक्रम आदि के महत्व को श्रीमान भोपाल सिंह जी ने बड़े ही सुंदर ढंग से समझाया।
आज के अंतिम सत्र में श्रीमान सोमगिरि जी ने आधारभूत विषयों एवं इनके क्रियान्वयन का प्रशिक्षण दिया, जिसमें इन्होंने सभी आधारभूत विषयों संगीत, योग, शारीरिक, संस्कृत,नैतिक व आध्यात्म के प्रत्येक बिंदु को विस्तारपूर्वक समझाया।