







दिनांक 26 जुलाई 2025 को केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककोड में कारगिल विजय दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री शिवनारायण जी एवं मुख्य वक्ता आचार्य श्री उमेश पांडेय जी एवं आचार्या बहन श्रीमती मधु शर्मा जी रहे। संचालन आचार्या बहन श्रीमती सोनिया गोस्वामी जी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में विद्यालय परिवार ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। विद्यालय के एनएसएस एवं 39 यूपी बटालियन एनसीसी खुर्जा ग्रुप हैडक्वाटर अलीगढ़ के एनसीसी कैडेट ने अपने विद्यालय में कारगिल विजय दिवस पर कारगिल डॉक्युमेंट्री मूवी देखी इस कार्यक्रम में एस डी एनसीसी के लेफ्टिनेंट उमेश कुमार पांडेय तथा जेडी सीटीओ जितेंद्र सिंह, जे डब्ल्यू सीटीओ मनीषा जी उपस्थित रहे। छात्र एवं छात्राओं ने कारगिल में शहीदों के त्याग और बलिदान का बखान किया, भाषण तथा देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति की। आचार्य श्री उमेश पांडेय जी ने कारगिल युद्ध की संपूर्ण जानकारी दी। प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार मिश्र जी ने सभी छात्र एवं छात्राओं की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि देश हित में सभी देशवासियों के मन में देशभक्ति की भावना का होना अत्यंत आवश्यक है। आज के इस कार्यक्रम में विद्यालय के सभी भैया बहनों को प्रोजेक्टर के माध्यम से कारगिल युद्ध की शौर्य गाथा से संबंधित वीडियो दिखाई गई। विद्यालय के अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता जी, प्रबंधक श्री जगदीश प्रसाद ढौडियाल जी एवं कोषाध्यक्ष श्री दिनेश सिंघल जी ने कहा कि शहीदों के त्याग, पराक्रम और बलिदान के कारण ही हम सुरक्षित हैं, अतः हमें भी इनसे सीख लेकर देशहित के कार्यों में लग जाना चाहिए, जिससे हमारा देश उन्नति के पथ पर आगे बढ़ सके।
साथ ही आज हरियाली तीज के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में विद्यालय के भैया बहनों ने पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति की। मुख्य वक्ता आचार्या बहन श्रीमती मधु शर्मा जी ने बताया कि हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है।यह उत्सव महिलाओं का उत्सव है। सावन में जब सम्पूर्ण प्रकृति हरी ओढ़नी से आच्छादित होती है उस अवसर पर महिलाओं के मन मयूर नृत्य करने लगते हैं। वृक्ष की शाखाओं में झूले पड़ जाते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसे कजली तीज के रूप में मनाते हैं।सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत बहुत महत्व रखता है। आस्था, उमंग, सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव शिव-पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इच्छित वर और अखंड सौभाग्य के लिए मनाया जाता है। चारों ओर हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहते हैं। इस अवसर पर महिलाएं झूला झूलती हैं, लोकगीत गाती हैं और आनन्द मनाती हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार मिश्र जी ने पर्व की मुख्य रीतियों को समझाते हुए पर्व से जुड़ी पौराणिक कथाओं का वर्णन किया। हरियाली तीज के इस अवसर पर बहनों के लिए मेंहदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। आज के इस कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य बंधु, आचार्या बहने एवं समस्त भैया बहन उपस्थित रहे।