दिनांक 23 दिसंबर 2023 को केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककोड में पंडित मदन मोहन मालवीय जी की जयंती तथा गीता जयंती एवं क्रिसमस डे के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्रीकिशन शर्मा जी एवं मुख्य वक्ता श्री बलवीर शर्मा जी, श्री कृष्णवीर यादव जी एवं रौतन कौशिक जी रहे ।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। कार्यक्रम में आचार्य श्री बलवीर शर्मा जी ने बताया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रणेता पंडित मदन मोहन मालवीय जी का जन्म 25 दिसंबर 1861को हुआ।इस युग के आदर्श पुरुष भी थे। वे भारत के पहले और अन्तिम व्यक्ति थे जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया। पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृ भाषा तथा भारतमाता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले इस महामानव ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा के लिये तैयार करने की थी जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सकें। मालवीयजी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशभक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे। वे अपने व्यवहार में सदैव मृदुभाषी रहे। आचार्य श्री विवेक शर्मा जी एवं रौतन कौशिक जी ने गीता जयंती के विषय में बताते हुए कहा कि गीता जयंती, 5100 साल पहले अद्भुत ज्ञान, भगवद् गीता के प्रकट होने के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला एक विशेष उत्सव है। भगवद् गीता हमारे जीवन का कालजयी एवं शाश्वत सत्य है। सत्य का न तो कभी जन्म हुआ और न ही इसका अंत होता है, किंतु हम इस दिन को सूत्रों के रूप में दिए गए इस कालातीत ज्ञान पर विचार करने, इसे समझने और आत्मसात करने के एक अच्छे अवसर के रूप में लेते हैं।साथ ही ईसा मसीह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए आचार्य श्री कृष्णवीर यादव जी ने बताया कि हमको सदैव दूसरों के प्रति अच्छा भाव रखना चाहिए।आचार्य श्रीकिशन शर्मा जी ने अध्यक्षीय भाषण में सभी बच्चों को कर्म योगी बनने की शिक्षा प्रदान की। विद्यालय के अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता जी ने आज के इस कार्यक्रम में सभी महापुरुषों से शिक्षा लेकर उसको आत्मसात करने के लिए कहा।आज के इस कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु, आचार्या बहने एवं समस्त भैया बहन उपस्थित रहे।