दिनांक 12 जनवरी 2024 को विद्यालय केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककोड में महान तेजस्वी पुरुष स्वामी विवेकानंद जी की जयंती का कार्यक्रम “युवा दिवस” मनाया गया । कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार मिश्र जी एवं मुख्य वक्ता खण्ड प्रचारक ककोड़ श्री नरेंद्र सिंह जी एवं श्री संदीप शर्मा जी रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। प्रधानाचार्य जी ने स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों एवं विश्व में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए किए गए कार्यों से अवगत कराया और कहा उठो मेरे शेरों, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, न ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है, तुम तत्व के सेवक नहीं हों। उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक कि लक्ष्य न प्राप्त हो जाए। स्वामी विवेकानंद को प्रत्येक विद्यार्थी को अपना आइडल के रूप में मानना चाहिए।मुख्यवक्ता श्री नरेंद्र सिंह जी ने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा उनके पद चिन्हों पर चलने की सलाह दी साथ ही बताया कि भारत में स्वामी विवेकानन्द की जयंती अर्थात 12 जनवरी को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णयानुसार सन् 1984 ई. को ‘अन्तरराष्ट्रीय युवा वर्ष’ घोषित किया गया। इसके महत्त्व का विचार करते हुए भारत सरकार ने घोषणा की कि सन 1984 से 12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानन्द जयंती का दिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में देशभर में सर्वत्र मनाया जाए। वास्तव में स्वामी विवेकानन्द आधुनिक मानव के आदर्श प्रतिनिधि हैं। विशेषकर भारतीय युवकों के लिए स्वामी विवेकानन्द से बढ़कर दूसरा कोई नेता नहीं हो सकता। उन्होंने हमें कुछ ऐसी वस्तु दी है जो हममें अपनी उत्तराधिकार के रूप में प्राप्त परम्परा के प्रति एक प्रकार का अभिमान जगा देती है।स्वामी जी ने जो कुछ भी लिखा है वह हमारे लिए हितकर है और होना ही चाहिए तथा वह आने वाले लम्बे समय तक हमें प्रभावित करता रहेगा। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में उन्होंने वर्तमान भारत को दृढ़ रूप से प्रभावित किया है। भारत की युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानन्द से निःसृत होने वाले ज्ञान, प्रेरणा एवं तेज के स्रोत से लाभ उठाएगी।विद्यालय के अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता जी एवं प्रबंधक श्री जगदीश प्रसाद ढौंडियाल जी ने महापुरुषों की जयंतियों को मनाए जाने के उद्देश्य को बताते हुए देश में प्रतिभाओं को निखारने की बात कही। आज के इस कार्यक्रम में एनएसएस के समस्त छात्रों ने भाग लिया। एन एस एस के छात्रों द्वारा एक रैली भी निकल गई। जिसमें स्वामी विवेकानंद के चरित्र को समझाया गया। एक समय में स्वामी विवेकानंद जी ने पूरे संसार में भारत के परचम लहराया था। स्वामी जी का एक वाक्य है कि “यदि मुझे सौ निष्ठावान कार्यकर्ता मिल जाए तो मैं देश की काया पलट सकता हूं” एन एस एस की हर यूनिट के पास 100 कार्यकर्ता है। यदि सभी निष्ठा से कार्य करें तो वास्तव में देश की काया पलट हो सकती है। प्रोग्राम ऑफिसर श्रीमान श्रीकृष्ण शर्मा द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर कार्यक्रम को भव्य रुप दिया गया ।आज के कार्यक्रम का संचालन धर्मेंद्र सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु, आचार्या बहने एवं विद्यालय के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।