25 अप्रैल 2023 को केशव माधव सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककोड में आद्य गुरु शंकराचार्य जी की जयंती का कार्यक्रम मनाया गया।आज के कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार मिश्र जी एवं मुख्य वक्ता विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री सुरेश कुमार गुप्ता जी रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के स्काउट मास्टर श्री विवेक शर्मा जी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के भैया एवं बहनों ने आद्य शंकराचार्य जी के दार्शनिक जीवन से जुड़ी रोचक कथाओं का वर्णन किया। मुख्य वक्ता आचार्य श्री सुरेश कुमार गुप्ता जी ने बताया कि आद्य शंकराचार्य भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मप्रवर्तक थे। उन्होने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया। भगवद्गीता, उपनिषदों और वेदांतसूत्रों पर लिखी हुई इनकी टीकाएँ बहुत प्रसिद्ध हैं। उन्होंने सांख्य दर्शन का प्रधानकारणवाद और मीमांसा दर्शन के ज्ञान-कर्मसमुच्चयवाद का खण्डन किया। परम्परा के अनुसार उनका जन्म 508-9 ईसा पूर्व तथा महासमाधि 477 ईसा पूर्व में हुई थी। इन्होंने भारतवर्ष में चार कोनों में चार मठों की स्थापना की थी जो अभी तक बहुत प्रसिद्ध और पवित्र माने जाते हैं और जिन पर आसीन संन्यासी ‘शंकराचार्य’ कहे जाते हैं। वे चारों स्थान ये हैं- (१) ज्योतिष्पीठ बदरिकाश्रम, (२) श्रृंगेरी पीठ, (३) द्वारिका शारदा पीठ और (४) पुरी गोवर्धन पीठ। इन्होंने अनेक विधर्मियों को भी अपने धर्म में दीक्षित किया था। ये शंकर के अवतार माने जाते हैं। इन्होंने ब्रह्मसूत्रों की बड़ी ही विशद और रोचक व्याख्या की है। विद्यालय के अध्यक्ष श्री अशोक गुप्ता जी एवं कोषाध्यक्ष श्री दिनेश सिंघल जी ने महापुरुषों की जयंती को मनाए जाने के उद्देश्य को बताते हुए विद्यार्थियों को इन महापुरुषों से प्रेरणा लेकर देश और समाज के लिए कार्य करने का संदेश दिया। आज के इस कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य बंधु , आचार्या बहने एवं विद्यालय के समस्त भैया बहन उपस्थित रहे।